9 जून 2025 का पंचांग – आज का शुभ मुहूर्त, राहुकाल, योग, नक्षत्र और चंद्र राशि
अगर आप 9 जून 2025 को कोई शुभ कार्य, खरीदारी, पूजा या यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो आज का विस्तृत पंचांग आपके लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगा। इस लेख में आपको दिन के सभी शुभ-अशुभ मुहूर्त, योग, नक्षत्र, राहुकाल और ग्रहों की स्थिति की संपूर्ण जानकारी मिलेगी। आइए जानते हैं आज का दैनिक हिन्दू पंचांग।

आज का दिनांक और वार
- तारीख: सोमवार, 9 जून 2025
- हिंदू तिथि: जेष्ठ शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि (समाप्ति: सुबह 9:04 बजे तक), इसके बाद चतुर्दशी तिथि आरंभ
- दिन: सोमवार
सूर्य और चंद्र की स्थिति
- सूर्योदय: सुबह 5:14 बजे
- सूर्यास्त: शाम 6:46 बजे
- चंद्रमा की स्थिति:
- सुबह 8:59 बजे तक तुला राशि में
- उसके बाद वृश्चिक राशि में प्रवेश
- सूर्य की राशि: वृषभ
- सूर्य नक्षत्र: मृगशिरा नक्षत्र
नक्षत्र और योग
- नक्षत्र:
- सुबह तक: विशाखा नक्षत्र (समाप्ति: दोपहर 3:38 बजे तक)
- उसके बाद: अनुराधा नक्षत्र
- योग:
- दोपहर 1:42 बजे तक: शिव योग
- उसके बाद: सिद्ध योग
शुभ मुहूर्त
- अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:32 से दोपहर 12:27 तक
यह मुहूर्त अत्यंत शुभ माना जाता है और इसमें कोई भी शुभ कार्य किया जा सकता है। - पशु खरीदने का शुभ समय:
सुबह 5:14 से सुबह 9:04 तक - वस्तु बेचने का शुभ समय:
सुबह 5:14 से सुबह 9:04 तक - सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग:
दोपहर 3:38 बजे से लेकर संपूर्ण रात्रि तक
यह योग सभी कार्यों में सफलता दिलाने वाला माना गया है। नए व्यापार, संपत्ति खरीद, यात्रा आदि के लिए उत्तम समय।
अशुभ समय (दोषकाल)
- राहुकाल: सुबह 6:55 से सुबह 8:37 तक
इस समय में कोई भी शुभ कार्य शुरू करने से बचें। - गुलिक काल: दोपहर 1:41 से दोपहर 3:23 तक
यह समय भी कार्यों में विघ्न डाल सकता है। - यमगंड काल: सुबह 10:18 से दोपहर 12:00 बजे तक
विशेषकर यात्रा से संबंधित कार्यों के लिए अशुभ माना जाता है।
धार्मिक विशेषताएं और उपाय
- सोमवार का व्रत: आज सोमवार है, इस दिन भगवान शिव की पूजा अत्यंत शुभ मानी जाती है।
जल से अभिषेक, बेलपत्र अर्पण, शिव चालीसा और महामृत्युंजय जाप करने से विशेष फल प्राप्त होता है। - विशेष योगों का लाभ उठाएं:
दोपहर 3:38 बजे के बाद बनने वाले सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का उपयोग आप अपने महत्वपूर्ण कार्यों के लिए कर सकते हैं।
9 जून 2025 का दिन कई शुभ संयोगों और योगों से युक्त है। यदि आप कोई नया कार्य प्रारंभ करना चाहते हैं, कोई वस्तु खरीदना-बेचना चाहते हैं या विशेष पूजा करना चाहते हैं, तो यह दिन अत्यंत फलदायी हो सकता है। अभिजीत मुहूर्त और सर्वार्थ सिद्धि योग जैसे शुभ समयों का लाभ उठाएं और राहुकाल जैसे अशुभ काल से बचें।