14 जून 2025 का पंचांग | आज का संकष्टी चतुर्थी व्रत, शुभ मुहूर्त और चंद्रोदय का समय
आज दिनांक 14 जून 2025, दिन शनिवार है। यह दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि आज संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी व्रत मनाया जा रहा है। यह व्रत भगवान गणेश को समर्पित होता है और विशेष रूप से संकटों के निवारण और इच्छाओं की पूर्ति के लिए रखा जाता है। पंचांग के माध्यम से हम जानेंगे आज के दिन की सम्पूर्ण धार्मिक व ज्योतिषीय जानकारी।

आज का वार एवं तिथि
आज आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है, जो दोपहर 2:26 बजे तक रहेगी। इसके पश्चात चतुर्थी तिथि का आरंभ होगा, जो संकष्टी चतुर्थी व्रत के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है। व्रती इसी चतुर्थी तिथि पर व्रत करते हैं और रात्रि में चंद्रोदय के पश्चात चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत का पारण करते हैं।
आज का नक्षत्र एवं योग
आज उत्तरा आषाढ़ा नक्षत्र प्रातः 11:34 बजे तक रहेगा, इसके बाद श्रवण नक्षत्र प्रारंभ होगा। यह नक्षत्र धर्म, ध्यान और शुभ कार्यों के लिए अनुकूल माना जाता है।
ब्रह्म योग आज दोपहर 1:06 बजे तक रहेगा, इसके बाद ऐंद्र योग का आरंभ होगा। ब्रह्म योग सभी प्रकार के शुभ कार्यों के लिए अत्यंत लाभकारी होता है।
सूर्य और चंद्र की स्थिति
आज चंद्रमा मकर राशि में स्थित रहेंगे, जिससे व्यवहार में गंभीरता, कर्तव्यनिष्ठा और स्थिरता का भाव रहेगा।
सूर्य आज वृषभ राशि में रहेंगे और मृगशिरा नक्षत्र में स्थित हैं, जो ऊर्जा, रचनात्मकता और विचारों की स्पष्टता प्रदान करता है।
शुभ मुहूर्त और अशुभ काल
राहुकाल: सुबह 8:36 बजे से 10:18 बजे तक
गुलिक काल: सुबह 5:13 बजे से 6:54 बजे तक
यमगंड काल: दोपहर 1:41 बजे से 3:23 बजे तक
भद्राकाल: दोपहर 2:26 बजे तक
राहुकाल, यमगंड और गुलिक काल को अशुभ माना जाता है, इसलिए इन समयों में कोई भी नया या शुभ कार्य प्रारंभ नहीं करना चाहिए।
अभिजीत मुहूर्त
आज अभिजीत मुहूर्त प्रातः 11:32 से दोपहर 12:27 तक रहेगा। यह काल अत्यंत शुभ माना जाता है और इस समय कोई भी कार्य बिना किसी शक के किया जा सकता है।
यायिजय योग और न्यायिक कार्यों का मुहूर्त
आज यायिजय योग का प्रभाव सुबह 5:13 बजे से दोपहर 2:26 बजे तक रहेगा। यह समय मुकदमा दायर करने, न्यायिक प्रकरणों की सुनवाई, कोर्ट-कचहरी से जुड़े मामलों के लिए शुभ माना जाता है।
चंद्रोदय का समय और संकष्टी व्रत विशेष
आज संकष्टी गणेश चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा। यह व्रत भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है और विशेष रूप से संकटों के निवारण हेतु कारगर माना जाता है।
इस व्रत का समापन रात्रि में चंद्रोदय होने पर किया जाता है। आज चंद्रोदय रात्रि 9:37 बजे होगा। इसी समय चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत का पारण किया जाएगा।
आज का दिन आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ है। शुभ कार्यों, पूजा-पाठ, व्रत तथा नये कार्यों की शुरुआत के लिए दिन अनुकूल है। विशेष रूप से संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखने वाले भक्तों के लिए यह दिन भगवान गणेश की कृपा प्राप्त करने का उत्तम अवसर है। व्रत, पूजन, और चंद्रदर्शन से मनोवांछित फल की प्राप्ति संभव होती है।