11 जून 2025 का पंचांग हिंदी में – आज का शुभ मुहूर्त, कबीर जयंती, पूर्णिमा तिथि
आज दिनांक 11 जून 2025, बुधवार का दिन हिन्दू धर्म के अनुयायियों के लिए विशेष महत्व रखता है। आज न केवल पूर्णिमा तिथि है, बल्कि संत कबीर जयंती जैसे पावन पर्व का आयोजन भी है। इस दिन का पंचांग न केवल धार्मिक कर्मों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि कृषि, व्यापार और दैनिक कार्यों के लिए भी शुभ-अशुभ योग, राहुकाल, मुहूर्त और ग्रह-नक्षत्र की जानकारी देता है।

पंचांग की मुख्य जानकारी
दिन: बुधवार
पक्ष: शुक्ल पक्ष
माह: ज्येष्ठ
तिथि: पूर्णिमा तिथि दोपहर 12:29 पर समाप्त होगी, इसके बाद प्रतिपदा तिथि आरंभ होगी।
सूर्योदय और सूर्यास्त
सूर्योदय: प्रातः 5:14 बजे
सूर्यास्त: शाम 6:46 बजे
यह दिन लगभग 13 घंटे 32 मिनट का रहेगा, जो कि उपासना, पूजा और कार्यों के नियोजन के लिए पर्याप्त समय देता है।
नक्षत्र
आज ज्येष्ठा नक्षत्र रात्रि 8:06 बजे तक रहेगा, इसके पश्चात मूल नक्षत्र आरंभ होगा।
ज्येष्ठा नक्षत्र का प्रभाव गूढ़ ज्ञान, अनुसंधान और आध्यात्मिक साधना में वृद्धि करता है, जबकि मूल नक्षत्र परिवर्तनशीलता और पुनर्निर्माण का प्रतीक है।
योग
आज साध्य योग दोपहर 2:28 बजे तक रहेगा, उसके बाद शुभ योग आरंभ होगा।
साध्य योग में किए गए कार्य स्थायित्व प्राप्त करते हैं, जबकि शुभ योग विवाह, व्यवसायिक लेन-देन और मांगलिक कार्यों के लिए अत्यंत उपयुक्त माना जाता है।
ग्रह स्थिति
चंद्रमा: वृश्चिक राशि में रात्रि 8:06 तक रहेंगे, फिर धनु राशि में प्रवेश करेंगे।
सूर्य: वृषभ राशि में रहेंगे और मृगशिरा नक्षत्र में स्थित रहेंगे।
यह ग्रह स्थिति मनोबल, धैर्य और संकल्प शक्ति को बल देती है, विशेष रूप से बुध ग्रह के प्रभाव से बुद्धि और वाणी में स्पष्टता आएगी।
दुष्ट समय (राहुकाल, यमगंड काल, गुलिक काल)
राहुकाल: दोपहर 12:00 बजे से 1:41 बजे तक
गुलिक काल: सुबह 10:18 से दोपहर 12:00 बजे तक
यमगंड काल: सुबह 6:55 से 8:37 बजे तक
यमघंट योग: रात्रि 8:06 बजे से आरंभ
इन समयों में किसी भी शुभ कार्य को टालना उचित माना जाता है।
अभिजीत मुहूर्त
प्रातः 11:32 बजे से दोपहर 12:27 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त किसी भी दिन का सबसे उत्तम और दोषमुक्त काल होता है। इसमें किए गए कार्य निश्चित रूप से सफल होते हैं। यह काल विशेष रूप से पूजा, मंत्र-साधना, शपथ ग्रहण, विद्यारंभ, व्यापार आरंभ आदि के लिए शुभ है।
विशेष कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त
पशु खरीदने का शुभ समय:
प्रातः 5:14 बजे से रात्रि 8:06 बजे तक
यह समय धन-संपत्ति में वृद्धि और कृषि लाभ के लिए उत्तम है।
फसल काटने का शुभ समय:
- सुबह 5:14 से 7:43 तक
- सुबह 10:01 से दोपहर 2:28 तक
- शाम 4:44 से रात्रि 8:06 तक
इन मुहूर्तों में फसल कटाई करने से कृषि में समृद्धि और अगले वर्ष की उपज में वृद्धि मानी जाती है।
आज का पर्व: पूर्णिमा एवं संत कबीर जयंती
पूर्णिमा का दिन पूजा-पाठ, व्रत, स्नान और दान के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। विशेषतः आज के दिन गंगा स्नान और सत्यनारायण व्रत का आयोजन किया जाता है।
संत कबीर जयंती – महान संत और कवि कबीरदास जी की जयंती आज मनाई जा रही है। कबीर जी ने अपने दोहों और उपदेशों के माध्यम से समाज में धार्मिक कट्टरता, अंधविश्वास और जाति-भेद के विरुद्ध आवाज़ उठाई। उनका संदेश आज भी उतना ही प्रासंगिक है।
11 जून 2025 का दिन धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत शुभ है। यह दिन न केवल पूर्णिमा के कारण पवित्र है, बल्कि संत कबीर जयंती के कारण भी समाज में आध्यात्मिकता और सद्भावना फैलाने का सशक्त माध्यम बनता है। ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति, शुभ योगों और मुहूर्तों के आधार पर आज के दिन पूजा-पाठ, धार्मिक यात्रा, दान, व्यापार, कृषि कार्य और घरेलू आयोजन किए जा सकते हैं।