आज का शुभ मुहूर्त क्या है आज के शुभ समय की जानकारी हिंदी में
आज का शुभ मुहूर्त
तारीख:
स्थान: दिल्ली
सूर्योदय: --:--
सूर्यास्त: --:--
अभिजीत मुहूर्त
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भारतीय संस्कृति में शुभ मुहूर्त का विशेष महत्व है। ऐसा माना जाता है कि किसी भी कार्य की सफलता और उस कार्य में आने वाली बाधाएं काफी हद तक उस समय पर निर्भर करती हैं जब वह कार्य शुरू किया गया था। इसीलिए भारत में आज भी कोई भी नया कार्य शुरू करने से पहले शुभ मुहूर्त देखा जाता है। चाहे वह विवाह हो, नामकरण संस्कार, गृह प्रवेश, नया व्यापार शुरू करना हो या वाहन खरीदना, लोग पहले शुभ मुहूर्त जानने की कोशिश करते हैं।

शुभ मुहूर्त क्या है
शुभ मुहूर्त वह विशेष काल होता है जब ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति अनुकूल होती है और उस समय में किया गया कार्य सुखद परिणाम देता है। यह समय वैदिक ज्योतिष गणनाओं पर आधारित होता है।
मुहूर्त निकालते समय मुख्य रूप से पंचांग के पांच अंगों का विचार किया जाता है:
- तिथि
- वार
- नक्षत्र
- योग
- करण
इन पंचांगों की अनुकूलता के आधार पर शुभ मुहूर्त तय होता है।
शुभ मुहूर्त का निर्धारण कैसे होता है
शुभ मुहूर्त निकालने के लिए केवल दिन और तिथि देखना पर्याप्त नहीं होता। इसके लिए ज्योतिषाचार्य पंचांग, ग्रहों की गोचर स्थिति, चंद्रमा की चाल, नक्षत्र, और योग का अध्ययन करते हैं। यह एक वैज्ञानिक प्रक्रिया है, जो हजारों वर्षों से चली आ रही है और इसके परिणाम आज भी उतने ही सटीक माने जाते हैं।
किन कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त देखा जाता है
- विवाह
- सगाई
- गृह प्रवेश
- भूमि पूजन
- नया व्यवसाय आरंभ करना
- नामकरण संस्कार
- वाहन या संपत्ति खरीदना
- यात्रा प्रारंभ करना
- शिक्षा प्रारंभ करना
- पूजा और व्रत अनुष्ठान
क्या बिना मुहूर्त के कार्य नहीं करना चाहिए
ऐसा आवश्यक नहीं है, लेकिन शुभ मुहूर्त में कार्य शुरू करने से मनोबल, आत्मविश्वास और सफलता की संभावना अधिक होती है। जिनके पास ज्योतिष सलाह उपलब्ध नहीं होती, वे अभिजीत मुहूर्त या विजय मुहूर्त का प्रयोग कर सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
प्रश्न 1: शुभ मुहूर्त क्या होता है?
उत्तर: शुभ मुहूर्त वह विशेष समय होता है जब ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति अनुकूल होती है और उस समय में किया गया कार्य सफलता, सुख और समृद्धि देने वाला माना जाता है। इसे वैदिक ज्योतिष के आधार पर निकाला जाता है।
प्रश्न 2: क्या हर दिन शुभ मुहूर्त होता है?
उत्तर: हां, हर दिन कुछ न कुछ शुभ मुहूर्त हो सकते हैं, जैसे अभिजीत मुहूर्त, विजय मुहूर्त आदि। हालांकि, यह मुहूर्त दिन विशेष की तिथि, नक्षत्र और योग के आधार पर भिन्न हो सकता है।
प्रश्न 3: अभिजीत मुहूर्त कब होता है?
उत्तर: अभिजीत मुहूर्त प्रतिदिन सूर्योदय और सूर्यास्त के मध्य समय में आता है। यह लगभग 24 मिनट की अवधि होती है, जो दोपहर के आसपास होती है। इसे किसी भी कार्य के लिए अत्यंत शुभ माना गया है।
प्रश्न 4: क्या शुभ मुहूर्त केवल विवाह या गृह प्रवेश जैसे बड़े कार्यों के लिए जरूरी है?
उत्तर: नहीं, शुभ मुहूर्त किसी भी नए कार्य के लिए जरूरी हो सकता है, जैसे नया व्यवसाय, यात्रा, वाहन खरीदना, नौकरी जॉइन करना आदि। यह सफलता और सकारात्मक परिणाम की संभावना बढ़ाता है।
प्रश्न 5: अगर शुभ मुहूर्त नहीं मिले तो क्या कार्य टाल देना चाहिए?
उत्तर: अगर कोई विशेष शुभ मुहूर्त नहीं मिल रहा है, तो अभिजीत मुहूर्त का उपयोग किया जा सकता है। यह लगभग हर दिन आता है और आपातकालीन शुभ कार्यों के लिए श्रेष्ठ माना गया है।
प्रश्न 6: क्या राहुकाल में कोई भी काम नहीं करना चाहिए?
उत्तर: राहुकाल को अशुभ माना गया है। इस समय किसी भी नए कार्य की शुरुआत, पूजा, यात्रा या निवेश से बचना चाहिए। यह लगभग 90 मिनट का समय होता है और दिन अनुसार बदलता है।
प्रश्न 7: क्या ऑनलाइन शुभ मुहूर्त देखना भरोसेमंद है?
उत्तर: यदि वेबसाइट या ऐप प्रामाणिक पंचांग और स्थान के अनुसार गणना करती हो, तो ऑनलाइन शुभ मुहूर्त देखना भी सही होता है। ध्यान दें कि स्थान (Location) के अनुसार मुहूर्त बदल सकता है।