23 अप्रैल 2025 का पंचांग | आज का शुभ मुहूर्त और बाबू कुंवर सिंह जयंती

23 अप्रैल 2025 का पंचांग और बाबू कुंवर सिंह जयंती विशेष
आज का दिन: बुधवार
तारीख: 23 अप्रैल 2025
हिंदू मास और पक्ष: वैशाख मास, कृष्ण पक्ष
आज का दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। पंचांग के अनुसार आज कई शुभ मुहूर्त हैं और साथ ही भारत के स्वतंत्रता संग्राम के वीर नायक बाबू कुंवर सिंह जी की जयंती भी है। आइए जानते हैं आज का विस्तृत पंचांग और बाबू कुंवर सिंह के जीवन पर एक नजर:
23 अप्रैल 2025 का विस्तृत पंचांग
- सूर्योदय: प्रातः 5:36 बजे
- सूर्यास्त: शाम 6:24 बजे
- तिथि:
- दशमी तिथि का समापन: प्रातः 11:32 बजे
- एकादशी तिथि का प्रारंभ: इसके बाद
- नक्षत्र:
- धनिष्ठा नक्षत्र का समापन: प्रातः 7:24 बजे
- शतभिषा नक्षत्र का प्रारंभ: इसके बाद
- योग:
- शुक्ल योग का समापन: दोपहर 2:43 बजे
- ब्रह्म योग का प्रारंभ: इसके बाद
- चंद्रमा की स्थिति: कुंभ राशि में
- सूर्य की स्थिति:
- नक्षत्र: अश्विनी नक्षत्र
- राशि: मेष राशि
- भद्रा काल: रात्रि 12:11 से प्रातः 11:32 तक
आज के शुभ मुहूर्त
- राहुकाल: दोपहर 12:00 बजे से 1:36 बजे तक
- यमगंड काल: प्रातः 7:12 बजे से 8:48 बजे तक
- गुलिक काल: प्रातः 10:24 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक
- अभिजीत मुहूर्त: प्रातः 11:34 बजे से दोपहर 12:25 बजे तक
- संधि करने का योग: प्रातः 7:24 बजे से 11:32 बजे तक
- गर्भधारण के लिए शुभ समय:
- प्रातः 11:32 से शाम 7:59 तक
- रात्रि 10:16 से 12:00 बजे तक
- नामकरण, शिल्प विद्या, खेती, वस्त्र खरीदारी आदि के लिए शुभ समय:
- प्रातः 11:32 से संपूर्ण रात्रि तक
- खेती (हल चलाना) का शुभ मुहूर्त:
- प्रातः 11:32 से संपूर्ण रात्रि तक
- गौना संस्कार का शुभ मुहूर्त:
- दोपहर 3:26 बजे से शाम 7:55 बजे तक
आज का विशेष पर्व: बाबू कुंवर सिंह जयंती
आज 23 अप्रैल को बाबू वीर कुंवर सिंह की जयंती है। वे 1857 के प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक थे।
बाबू कुंवर सिंह का जीवन परिचय
- पूरा नाम: बाबू वीर कुंवर सिंह
- जन्म: 13 नवम्बर 1777
- जन्म स्थान: जगदीशपुर, भोजपुर जिला (बिहार)
- पिता: महाराजा जयवर्धन सिंह
- माता: महारानी पंन देवी
80 वर्ष की उम्र में भी बाबू कुंवर सिंह ने अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध किया। उनकी बहादुरी और रणनीतिक कौशल ने अंग्रेजों को कई बार पीछे हटने पर मजबूर कर दिया।
बाबू कुंवर सिंह की वीरता
- युद्ध के दौरान जब उनके हाथ में गोली लगी, तो उन्होंने विष फैलने से बचने के लिए अपने घायल हाथ को खुद ही काटकर अलग कर दिया था।
- बाबू कुंवर सिंह की सैन्य रणनीतियों और साहसिक निर्णयों के कारण उन्हें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख योद्धाओं में गिना जाता है।
- बिहार समेत पूरे देश में उनकी जयंती बड़े धूमधाम से मनाई जाती है। बिहार सरकार भी इस दिन कई कार्यक्रम आयोजित करती है।
23 अप्रैल 2025 का दिन पंचांग के अनुसार अत्यंत शुभ है। विभिन्न कार्यों के लिए उत्तम मुहूर्त उपलब्ध हैं। साथ ही, आज के दिन हम सबको बाबू कुंवर सिंह जैसे महान योद्धा से प्रेरणा लेनी चाहिए, जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया।
जय हिंद!