13 जून 2025 का पंचांग – आज का शुभ मुहूर्त, राहुकाल, नक्षत्र, तिथि और राशिफल
13 जून 2025, शुक्रवार का दिन धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है। आज का पंचांग ग्रहों की स्थिति, तिथि, नक्षत्र और योग जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं के आधार पर दिनभर के शुभ-अशुभ समय का निर्धारण करता है। इस लेख में हम आपको 13 जून 2025 का विस्तृत और प्रामाणिक पंचांग प्रस्तुत कर रहे हैं, जिससे आप अपने दिन की योजना धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से बेहतर बना सकें।

दिनांक एवं वार
- दिनांक: 13 जून 2025
- वार: शुक्रवार
- पक्ष: आषाढ़ कृष्ण पक्ष
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
- सूर्योदय: प्रातः 5:13 बजे
- सूर्यास्त: शाम 6:47 बजे
इस समय के अनुसार सभी मुहूर्त और कालों की गणना की जाती है।
तिथि
- आज द्वितीया तिथि है, जो दोपहर 2:17 बजे तक रहेगी। इसके बाद तृतीया तिथि प्रारंभ हो जाएगी।
द्वितीया तिथि का धार्मिक महत्व विशेषकर माता की उपासना और सौम्य कार्यों में अधिक होता है, जबकि तृतीया तिथि नए कार्यों की शुरुआत के लिए अनुकूल मानी जाती है।
नक्षत्र
- आज पूर्वा आषाढ़ा नक्षत्र है, जो रात्रि 10:54 बजे तक रहेगा। इसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र प्रारंभ हो जाएगा।
पूर्वा आषाढ़ा नक्षत्र उत्साह और ऊर्जा का प्रतीक होता है, जबकि उत्तराषाढ़ा नक्षत्र स्थायित्व और दीर्घकालिक परिणामों से जुड़ा होता है।
योग
- आज शुक्ल योग दोपहर 1:57 बजे तक रहेगा, इसके बाद ब्रह्म योग प्रारंभ होगा।
शुक्ल योग सौभाग्यवर्धक और उन्नति कारक होता है, जबकि ब्रह्म योग ज्ञान, विद्या और आध्यात्मिक अभ्यास के लिए शुभ माना जाता है।
चंद्र और सूर्य की स्थिति
- चंद्रमा आज धनु राशि में स्थित हैं। यह राशि धार्मिकता, ज्ञान और यात्राओं से जुड़ी होती है।
- सूर्य आज वृषभ राशि में तथा मृगशिरा नक्षत्र में स्थित हैं। वृषभ राशि स्थिरता और समृद्धि का संकेत देती है, जबकि मृगशिरा नक्षत्र मानसिक चंचलता और खोज की भावना से जुड़ा होता है।
राहुकाल, गुलिक काल और यमगंड काल
- राहुकाल: सुबह 10:18 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक। इस समय में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।
- गुलिक काल: सुबह 6:54 बजे से 8:36 बजे तक। कुछ विशेष परंपराओं में गुलिक काल को शुभ भी माना जाता है।
- यमगंड काल: दोपहर 3:23 बजे से शाम 5:05 बजे तक। इस काल में भी शुभ कार्य वर्जित होते हैं।
अभिजीत मुहूर्त
- अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:32 बजे से दोपहर 12:27 बजे तक रहेगा। यह मुहूर्त अत्यंत शुभ माना जाता है और किसी भी कार्य की शुरुआत के लिए सर्वोत्तम होता है, भले ही सामान्यत: उस समय राहुकाल क्यों न हो।
विशेष शुभ मुहूर्त
1. शिल्प विद्या सीखने का मुहूर्त
- समय: प्रातः 5:13 बजे से रात्रि 10:54 बजे तक
इस दौरान शिल्प कला, चित्रकला, मूर्तिकला या किसी भी प्रकार की रचनात्मक शिक्षा प्रारंभ की जा सकती है।
2. नाव निर्माण का शुभ मुहूर्त
- समय: प्रातः 5:13 बजे से रात्रि 10:54 बजे तक
समुद्र, नदी या अन्य जलवाहनों से जुड़े कार्यों के लिए यह समय शुभ है।
13 जून 2025 का दिन धार्मिक दृष्टिकोण से विशेष महत्व रखता है। इस दिन राहुकाल और यमगंड काल को छोड़कर बाकी समय में अनेक शुभ योग और मुहूर्त उपलब्ध हैं। विशेष रूप से अभिजीत मुहूर्त और ब्रह्म योग जैसे संयोग आज के दिन को अत्यधिक फलदायी बनाते हैं। यदि आप किसी नए कार्य की शुरुआत, विद्या अध्ययन, शिल्प कार्य या धार्मिक अनुष्ठान की योजना बना रहे हैं, तो यह दिन आपके लिए अनुकूल हो सकता है।